घमंडी राजा नैतिक कहानी हिंदी | Ghamande Raja Moral Story Hindi

यह Ghamande Raja Moral Story Hindi हमने आपके लिए विशेष रूप से चुना है। इस नैतिक कहानिया को पढ़कर आपको कुछ अच्छी शिक्षा मिलेगी, जो आपको इस दुनिया को समझने में मदद करेगी।

इस लिख में हमने आपके साथ घमंडी राजा एक नैतिक कहानिया साझा किया है। जो एक अहंकारी राजा और एक दयालु और बुद्धिमान साधु की है। यह कहानियां कुछ आछी शिक्षाप्रद कहानियां में से एक है।

और हम इसलिए आशा करते हैं, कि हमारी यह घमंडी राजा नैतिक कहानी हिंदी पढ़कर आपको बहुत आनंद आएगा। हमारे पास ऐसे ही कुछ और नैतिक शिक्षाप्रद कहानियाँ है, चाहे तो आप इसे भी पड़ सकते है।

 

 

घमंडी राजा नैतिक कहानी | Ghamande Raja Moral Story Hindi

घमंडी राजा नैतिक कहानी हिंदी Ghamande Raja Moral Story Hindi
Ghamande Raja Moral Story Hindi

एक बार की बात है, एक राज्य था जिस पर एक अत्याचारी राजा का शासन था। राजा इतना अहंकारी था कि, हमेशा खुद की प्रशंसा करता था।

अपने अलावा कभी किसी और की प्रशंसा नहीं कर सकता था। एक बार उनके राज्यों में एक साधु आया। साधु की प्रशंसा कुछ ही दिनों में पूरे राज्य मे फैल गया।

वह बहुत ही दयालु और बुद्धिमान था। लोग उनके पास समाधान पूछने के लिए आता था। और उन्होंने लोगों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी मदद करता था।

जल्द ही साधु की यह खबर राजा के पास पहुंच गई। राजा ने उनसे ईर्ष्या की और राज्य में लोगों के बीच उसे बदनाम करने का फैसला किया।

राजा एक योजना के बारे में सोचा। फिर, राजा ने ऋषि को महल में आमंत्रित करने के लिए अपने रक्षकों को भेजा। साधु राजा के तरफ से निमंत्रण स्वीकार कर लिया।

निर्धारित दिन पर साधु मुसकराते हुए महल में आए। राजा ने साधु का स्वागत किया। फिर राजा साधु से कहा, “हम आपके बुद्धि के बारे में लोगों से बहुत सुना है। और इसीलिए आज हम खुद सबके सामने देखना चाहते हैं।”

राजा ने कहा, “मैं तुमसे कुछ सवाल पूछूंगा।”

 

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जवाब में, साधु मुस्कुराते हुए अपना सर हिलाया।

राजा के हाथ में काले कपड़ों का एक थैली था। फिर राजा साधु से सवाल किया, “बताओ मेरे हाथ में क्या है?”

साधु ने उत्तर दिया, “महाराज आप उस थैली के अंदर एक एक पक्षी को पकड़े हुए हैं।”

राजा थोड़ा हैरान हुआ, फिर भी शांति से जवाब दिया। “हां,तुम सही कह रहे हो। अब बताओ हमारे हाथ में पक्षी जिंदा है या मर गया?”

यदि आप एक बुद्धिमान व्यक्ति है, तो आप हमारे सवालों का उत्तर देने में सक्षम होगी।” राजा ने यह टिप्पणी की।

राजा अपने मन ही मन एक योजना बनाई। अगर साधु कहता है कि पक्षी जीवित है, तो वह पक्षी की गर्दन दबा कर उसे मार देगा। और सभी लोगों को यह एक मरा हुआ पक्षी दिखाएगा।

और यदि वह कहता है, कि यह एक मरा हुआ पक्षी है। तो राजा पक्षी को जीवित रहने देगा, और सभी को दिखाएगा कि यह जीवित है।

राजा ने सोचा कि उसने चाहे जो भी उत्तर देगा, यह राजा के लिए एक जीत की स्थिति होगा।

साधु ने उत्तर दिया, “ठीक है, यह आपके हाथ में है। आप खुद यह तय कर सकते हैं, यह जीवित है या मृत।”

नैतिक शिक्षा : इसी तरह हम अपने जीवन को जो पथ देते हैं, वह हमारे अपने हाथों में है। अपनी पसंद और प्रयासों से हम यह तय कर सकते हैं कि, हमें अपने जीवन का क्या बनाना है।

 

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तो दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको घमंडी राजा नैतिक कहानी हिंदी पढ़कर जरूर अच्छी लगी होगी। और कृपया करके इन कहानियाँ को आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें।

ताकि, हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Ghamande Raja Moral Story Hindi तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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