10 Best Short Hindi Story for Class 6 with Moral | नैतिक कहानियाँ

इस लेख में हमारे पास नैतिक शिक्षा के साथ 10 Best Short Hindi story for class 6 with moral का समग्र है। यह कहानियाँ हमने आपके लिए विशेष रूप से चुना है।

हर कहानियां मैं आपको कुछ ना कुछ नैतिक शिक्षा मिलेगी जो लोग और दुनिया को समझने में मदद करेगी। इनमें से कुछ नैतिक कहानियां बहुत छोटी और बुनियादी है।

इसलिए पढ़ते समय आपकी ध्यान इन कहानियों में बनी रहेगी। Moral stories in Hindi for class 6 बहुत ही रोचक और शिक्षावर्धक है। जिन्हें पढ़कर आपको अनंत भी आएगा और नैतिक शिक्षा भी मिलेगी। इन शिक्षा को प्रयोग करके आप जीवन में सफलता पा सकते हो।

 

10 Best Hindi Story for Class 6 with Moral | नैतिक कहानियाँ

 

1. पैसा ही सब कुछ नहीं है – Hindi Story for class 6 with moral

पैसा ही सब कुछ नहीं है Hindi Story for class 6 with moral
पैसा ही सब कुछ नहीं है – Hindi Story for class 6 with moral

राम एक 10 साल का लड़का था, वह अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे, राम के पिता एक बहुत व्यस्त व्यापारी थे जो अपने बेटे के साथ समय नहीं विता सकते थे।

वह राम सोने के बाद घर आता था, और सुबह उठने से पहले ही ऑफिस चला जाता था। वह अपने दोस्तों के साथ बाहर जाता और अपने पिता के साथ खेलना चाहता था।

एक दिन शाम को राम अपने पिता को देखकर हैरान था, वह अपने पिता से पूछा, ‘आप एक साल में कितना कमाते हैं?’ राम के पिता हैरान थे उसने कहा, ‘राम तुम यह सवाल क्यों पूछ रहे हो’

लेकिन राम लगातार सवाल पूछता गया, ‘क्या आप बता सकते हैं आप एक घंटे में कितना कमाते हैं?’ राम के पिता ने जवाब दिया $25 प्रति घंटे होगा।

फिर राम अपने कमरे में गया और गुल्लक के साथ नीचे आया, जिसमें उनकी बचत थी। ‘पिताजी, मेरे गुल्लक में $50 है, क्या आप मेरे लिए दो घंटे का समय दे सकते हैं?’

‘मैं समुद्र तट पर कल शाम आपके साथ भजन करना चाहता हूं, क्या आप मेरे साथ जा सकते हैं?’ उसकी बात सुनकर राम के पिता अबाक भक्त थे।

नैतिक शिक्षा : पिता माता अपने बच्चों को जो सबसे बड़ा उपहार दे सकते हैं वह है समय, पैसा से सब कुछ नहीं खरीद सकता है।

 

2. लकड़हारा और लोमड़ी – Short moral stories in Hindi for class 6

लकड़हारा और लोमड़ी Short moral stories in Hindi for class 6
लकड़हारा और लोमड़ी – Short moral stories in Hindi for class 6

एक बार की बात है, एक भूखा लोमड़ी था जो खाने के लिए कुछ ढूंढ रहा था, वह बहुत भूखा था। वह खाना ढूंढने में बहुत कोशिश की लेकिन उसे भोजन नहीं मिला।

अंत में लोमड़ी जंगल पर गया और वहां भोजन की तलाश की, अचानक उसे एक छेद वाले बड़ा पेड़ नजर पड़ी, उस छेद में एक पैकेज था। भूखा लोमड़ी ने सोचा कि इसमें भजन हो सकता है।

लोमड़ी बहुत खुश होकर छेद में कूद गया, जब उन्होंने पैकेज खोला, तो उन्होंने उसमें रोटी मांस और फलों के टुकड़े देखें लोमड़ी बहुत खुश होकर खाना खाने लगी।

जंगल में पेड़ों को कटने से पहले एक लकड़हारा ने भजन को उस छेद में रख दिया था, लकड़हारा इसे अपने दोपहर के भजन के लिए रखा था।

खाना खाने के बाद लोमड़ी को प्यास लगी, और उसने पास के झरने का पानी पीने का फैसला किया। हालांकि, उसने कितनी भी कोशिश की लेकिन वह छेद से बाहर नहीं निकल पाया।

लोमड़ी इतना खाना खा लिया था कि वह छेद में फिट होने के लिए बहुत बड़ी हो गई थी। लोमड़ी बहुत दुखी और परेशान थे,
उन्होंने खुद कहा, ‘काश मैंने छेद में कूदने से पहले थोड़ा सोचा होता।’

नैतिक शिक्षा : यह पहले इसके बारे में सोचे बिना कुछ करने का परिणाम है।

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3. असली धन – Moral stories in Hindi for class 6

असली धन Moral stories in Hindi for class 6
असली धन – Moral stories in Hindi for class 6

एक बार की बात है, एक शहर में एक बहुत अमीर आदमी रहता था। वह हमेशा अपने दोस्त और रिश्तेदारों में अपने धन को लेकर घमंड करता था।

उसकी बेटा एक दूर शहर में पढ़ रहा था, और वह छुट्टी पर घर आया था। वह अपने बेटे को दिखाना चाहता था कि वह कितना अमीर है, लेकिन उनके बेटे को अमीर बनने का शौक नहीं था।

उन्होंने गरीब लोगों के जीवन को दिखाने के लिए पूरी शहर में एक दिन की यात्रा की योजना बनाई, पिता और पुत्र ने एक रथ लिया और पूरे दिन नगर का भ्रमण किया, वह दो दिन बाद घर लौटे।

फिर अमीर आदमी ने अपने बेटे से पूछा, ‘यात्रा कैसी थी?’ बेटे ने जवाब दिया ‘यह आपके साथ एक शानदार यात्रा थी.’ ‘अंत में आपको एहसास हुआ कि गरीब कैसे वास्तव में रहते हैं’ पिता ने कहा।

बेटे ने उत्तर दिया, ‘नहीं पिताजी हमारे पास केवल दो कुत्ता है, उनके पास 10 कुत्ता है, हमारे पास विभिन्न देशों से आयातित शानदार रोशनी है, लेकिन वहां हजारों सितारे हैं उनकी रातों रोशनी।

हम उनसे खाना खरीदते हैं, लेकिन वह इतनी समृद्ध है कि वह अपने स्वयं के भोजन की खेती कर सकते हैं।’ अमीर पिता अपने बेटे की बात सुनकर गूंगा और अवाक रह गया।

अनंत में अंत में बेटे ने कहा ‘पिताजी, मुझे दिखाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद कि कौन अमीर और कौन गरीब है, मुझे यह समझाने के लिए धन्यवाद कि हम वास्तव में कितने गरीब है।’

नैतिक शिक्षा : सच्ची दौलत अच्छी दोस्त और दयालु रिश्तो में बनती है।

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4. सिक्के का मूल्य – Best Hindi story for class 6

सिक्के का मूल्य Best Hindi story for class 6
सिक्के का मूल्य – Best Hindi story for class 6

भारत के पिता रूप में सम्मानित महात्मा गांधी एक बहुत ही खास व्यक्ति थे, एक बार गांधी एक संगठन के लिए विभिन्न शहरों से गरीबों की मदद के लिए धन इकट्ठा करने की अभियान पर थे।

वह कई स्थानों पर गया अंत में उड़ीसा पहुंचा। उन्होंने उड़ीसा में एक सभा का आयोजन किया, गांधी जनता को एक भाषण दिया, जिसमें उसने संगठन के लिए धन देने का अनुरोध किया।

भाषण की आंत में, पीछे की ओर एक बूढ़ी महिला खड़ी हो गई। उन्होंने स्वयंसेवकों से अनुरोध किया कि उन्हें गांधी तक पहुंचने की अनुमति दें, हालांकि स्वयंसेवकों ने उसे रोक दिया।

लेकिन उसने हार नहीं मानी, उनके साथ लड़ी और गांधी के पास पहुंची। वह गांधी के पैर छुए, फिर उसने एक सिक्का निकाला और गांधी के चरणों में रख दिया, गांधी ने बहुत सावधानी से सिक्का लिया।

फिर संगठन के कोषाध्यक्ष ने गांधी से सिक्का मंगा, लेकिन उन्होंने देने से इनकार कर दिया। कोषाध्यक्षने कहा ‘मैं हजारों रुपए की चेक रखता हूं, फिर भी आप मुझ पर भरोसा नहीं करोगे!’

गांधी ने कहा, ‘यह सिक्का उन हजारों की तुलना में बहुत अधिक है, उसके पास ठीक कपड़े भी नहीं थे, फिर भी उसने सब कुछ दिया जो उसके पास था, इसलिए गांधी ने सिक्के को बहुत कीमती माना।

नैतिक शिक्षा : जब हमारे पास बहुत कम होता है,तब किसी की मदद करना बहुत मूल्यवान होता है।

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5. सोने का अंडा – Short Hindi Story for Class 6

सोने का अंडा Short Hindi Story for Class 6
सोने का अंडा – Short Hindi Story for Class 6

एक बार की बात है, एक आदमी और उसकी पत्नी के पास एक हंस था, जिसने हर दिन एक सुनहरा अंडे देती थी, हालांकि वह भाग्यशाली थे।

उन्होंने जल्द ही यह सोचना शुरू कर दिया, कि वह पर्याप्त तेजी से समृद्ध नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कल्पना की यदि हंस प्रतिदिन सुनहरा अंडा देने में सक्षम है।

तो उसकी पेट में बहुत सारा सुनहरा अंडा होना चाहिए। उसने सोचा कि अगर वह एक ही बार में सभी सुनहरा अंडा ले सकती है, तो वह बहुत अमीर बन जाएगा।

इसलिए, उस आदमी और उसकी पत्नी ने हंस को मारने का फैसला किया। सोने का अंडा देने वाली हंस की पेट काटने की बाद यह देखकर हैरान रह गए, इसकी पेट भी अन्य हंस की तरह खाली थी।

नैतिक शिक्षा : कुछ बड़ा फैसला लेने से पहले एक दो बार जरूर सोचना चाहिए।

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6. बंदर और डॉल्फिन – Moral story in Hindi for class 6

बंदर और डॉल्फिन Moral story in Hindi for class 6
बंदर और डॉल्फिन – Moral story in Hindi for class 6

बहुत पहले की बात है, कुछ नाबिक अपने नौकायन जहाज में समुद्र की ओर निकल पड़े। उनमें से एक लंबी जाता के लिए अपने पालतू बंदर को साथ लाया।

जब उन्होंने समुद्र में बहुत दूर थे, अचानक एक तूफान ने उसकी जहाज को पलट दिया। हर कोई समुद्र में गिर गया, और बंदर को यकीन था कि वह डूब जाएगा।

फिर अचानक एक डॉल्फिन दिखाई दे और वह उस बंदर को पीठ में उठाया, वह जल्द ही द्वीप पर पहुंच गए, और बंदर डॉल्फिन के पीठ से नीचे उतरे।

डॉल्फिन ने बंदर से पूछा, ‘क्या आप इस जगह को जानते हैं?’ फिर बंदर ने जवाब दिया, ‘हां मैं जानता हूं, वास्तव में इस द्वीप का राजा मेरा सबसे अच्छा दोस्त है।’

डॉल्फिन जानता था, इस द्वीप पर कोई भी नहीं रहता है। फिर डॉल्फिन ने कहा ‘ठीक है, ठीक है, आप इस द्वीपका राजा हो सकते हैं!’ बंदर ने पूछा, ‘मैं राजा कैसे हो सकता हूं?’

जैसे ही डॉल्फिन समुद्र में तैरने लगा उसने उत्तर दिया, ‘यह आसान है, जैसे कि आप इस द्वीप पर एकमात्र प्राणी है, तो आप स्वभाविक रूप में राजा ही है।’

नैतिक शिक्षा : झूठ बोलने और घमंड करने वाले कभी भी मुसीबत में पड़ सकते हैं।

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7. प्यासा कौआ – Hindi moral stories for class 6 with pictures

प्यासा कौआ Hindi moral stories for class 6 with pictures
प्यासा कौआ – Hindi moral stories for class 6 with pictures

बार गर्मी का मौसम चल रहा था, एक प्यासा कौआ पानी की तलाश कर रहा था। काफी समय तक उसे पानी नहीं मिला था, वह बहुत कमजोर महसूस कर रही थी।

अचानक उसने एक पानी का जग देखा, वह नीचे आकर देखने लगा उसमें पानी है क्या नहीं, कौआ जग के अंदर कुछ पानी देख सकता था।

कौआ उसकी सिर जग की अंदर धकेलने की कोशिश की, अफसोस की बात उसने देखा की जग की गठन बहुत संकीर्ण थी। फिर उसने पानी को बाहर निकालने के लिए जग को नीचे धकेलने की कोशिश की।

लेकिन जग बहुत भारी था उसने नहीं कर पाया, कौआ ने थोड़ी देर सोचा। फिर वह चारों ओर देखने लगी, उसने कुछ कंकड़ दिखा। अचानक उसकी दिमाग में एक विचार आया।

वह एक-एक करके कंकड़ उस जग में गिराना शुरू किया, जैसे-जैसे अधिक से अधिक कंकड़ उसमें डाला, पानी का स्तर बढ़ता गया।

जल्द ही यह कौआ पीने के लिए पानी पर्याप्त था, उसकी जोजोना काम कर गई थी। फिर कौआ उसकी प्यास बुझाई और वहां से उड़ गई।

नैतिक शिक्षा : यदि आप पर्याप्त प्रयास करते हैं, तो आपको जल्द ही अपनी समस्या का समाधान मिल सकता है।

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8. भेड़ के कपड़ों में भेड़िया – Short story in Hindi for class 6

भेड़ के कपड़ों में भेड़िया Short story in Hindi for class 6
भेड़ के कपड़ों में भेड़िया – Short story in Hindi for class 6

एक बार भेड़ का झुंड को चरवाहे और उसके कुत्तों की सतर्कता की बाजार से एक भेड़िया भेड़ को पकड़ने में बड़ी कठिनाई हुई,

एक दिन भेड़िया भजन की खोज में जंगल से जा रहा था, उसे एक भेड़ का खाल मिली, फिर वह अपनी शरीर भेड़ की खाल से ढक दिया।

और उस चरवाहे की घर में जाकर भेड़ का झुंड में घुस गया, फिर वह उन भेड़ का झुंड में उनके जैसा रहने लगा, किसी भी भेड़ ने उसे पहचान नहीं पाया था।

एक दिन चरवाहे की कुछ दोस्त उनके घर पर आए, उन्होंने भेड़ का मांस खाने का फैसला किया, फिर चरवाहे अपनी भेड़ की झुंड के पास गया।

और उसने एक मोटा और ताकतवर भेड़ को पकड़ कर लेकर आया, वह भेड़ की खाल में भेड़िया था। चरवाहे उसे मार कर अपने दोस्तों के साथ खुशी से भजन की।

नैतिक शिक्षा : कभी-कभी हमारे चुने हुए आसान रास्ता महंगा पड़ जाता है।

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9. तितली का संघर्ष – Stories in hindi for class 6

तितली का संघर्ष Stories in hindi for class 6
तितली का संघर्ष – Stories in hindi for class 6

एक दिन, एक आदमी ने एक कोकून देखा, वह तितलियों से प्यार करता था, उस आदमी ने रोज तितलियों के आसपास बहुत समय बिताता था।

वह जानता था, कैसे एक तितली एक बदसूरत कैटरपिलर से एक सुंदर में बदलने के लिए कैसे संघर्ष करती है। उन्होंने एक छोटे से उद्घाटन के साथ कोकून देखा।

इसका मतलब तितली दुनिया को देखने के लिए अपनी रास्ता बनाने की कोशिश कर रही थी, उसने यह देखने का फैसला किया कि कोकून से तितली कैसे निकलेगी।

वह कई घंटों तक खोल को तोड़ने के लिए तितली को संघर्ष करते हुए देख रहा था, बाहर आने के लिए तितली घंटों से बहुत संघर्ष कर रही थी।

दुर्भाग्य से, कई घंटों तक लगातार कोशिशों के बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई। ऐसा लगता था कि तितली ने पूरी कोशिश की थी और कोई कोशिश नहीं कर सकती थी।

उस व्यक्ति ने तितली को मदद करने के लिए फैसला किया, उसके पास एक कैंची थी वह कैंची से कोकून को हटा दिया, तितली किसी संघर्ष किए बिना बाहर आ गई।

दुर्भाग्य से, तितली अब सुंदर नहीं दिखती थी, वह आदमी खुश था उसने बिना किसी संघर्ष के तितली को कोकून से बाहर निकाला, वह तितली को देखता रहा।

उसने सोचा कि किसी भी समय, तितली अपनी पंखों को विस्तार कर सकती है, दुर्भाग्य से, ना तो पंखों का विस्तार हुआ और नहीं सजे हुए कि शरीर में कमी आई।

वह कभी उड़ने में सक्षम नहीं था, वह नहीं जानता था कि केवल संघर्षों से गुजरने से मजबूत पंखों के साथ तितली सुंदर बन सकती है।

तितली के अपने कोकून से बाहर आने के निरंतर प्रयास से शरीर में जमा द्रव पंखों में परिवर्तित हो जाता है। और पंख सुंदर और बड़े हो जाएंगे।

नैतिक शिक्षा : परिश्रम और संघर्ष के बिना हम उतनी मजबूत नहीं बन सकती जितनी हमारी क्षमता है।

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10. पैसा और परिवार – Hindi story for class 6 with moral

पैसा और परिवार Hindi story for class 6 with moral
पैसा और परिवार – Hindi story for class 6 with moral

एक बार एक गांव में राम अपनी परिवार के साथ रहते थे, राम बहुत मेहनत करते थे, वह परिवार में एक मात्र कमाने वाला थे। उसकी तीन बच्चे, दो बेटा और एक बेटी।

वह प्रतिदिन 16 घंटे से अधिक काम करता है, बच्चे उसे नहीं देख सकते, वह सुबह उठने से पहले काम पर निकल जाता, और आधी रात को बच्चे सो जाने के बाद घर पहुंचता।

ऐसे ही चलते चलते कुछ साल बीत गए, अब राम के पास बहुत सारा पैसा है, उन्होंने एक नया घर लिया, हालांकि हमेशा की तरह, राम ने अधिक से अधिक काम करना जारी रखा।

एक दिन उसकी पत्नी ने उससे पूछा, ‘तुम पैसे के लिए क्यों भाग रहे हो? हमारे पास अभी जो है, हम उससे खुश रह सकते हैं’

राम ने जवाब दिया, ‘हम आप सभी को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध कराना चाहता हूं, कि आप हमेशा खुश रहे।’ दो साल बीत गए और राम बड़ी मुश्किल से परिवार के साथ समय बिताया।

अब राम का परिवार शहर के सबसे धनी परिवारों में से एक है, उनके पास सभी सुविधाएं है। फिर भी राम के बच्चों ने अपने पिता से मिलने के लिए बहुत कोशिश करती थी।

राम का परिवार छुट्टी बिताने के लिए उसके समुद्र तट के घर गया, उसकी बेटी ने पूछा, ‘पिताजी क्या आप एक दिन घर पर हमारे साथ यही रहोगे।’

राम ने उत्तर दिया, ‘ हां प्रिय कल मैं दोपहर का भजन तुम्हारे साथ करूंगा, और अगले कुछ दिनों तक तुम्हारे साथ रहूंगा, मैं काम से थक गया हूं।’ पूरा परिवार बहुत खुश हो गया।

दुर्भाग्य से, अगले दिन राम के परिवार में कोई भी जीवित नहीं था, क्योंकि वह सुनामी में वह गए थे। जब उसने समुद्र तट पर पहुंचे, तो उसने हर जगह समुद्र और पानी देखा।

अपनी परिवार के लिए चिल्लाया, वह उन्हें फिर कभी नहीं पा सकता है, उन्हें देख भी नहीं सकता है। उसे अपनी पत्नी की बात याद आई, ‘तुम पैसे के लिए क्यों भाग रहे हो’ वह रोने लगा।

नैतिक शिक्षा : पैसा सब कुछ नहीं खरीद सकता है।

 

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तो दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको 10 Best Short Hindi story for class 6 with moral पढ़कर जरूर अच्छी लगी होगी। और कृपया करके इन नैतिक कहानियाँ को आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें।

ताकि, हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Moral stories in Hindi for class 6 तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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