10 Best Moral Stories in Hindi for class 5 | नैतिक कहानियां 2022

इस लेख में हमारे पास नैतिक शिक्षा के साथ 10 Best Moral Stories in Hindi for class 5 का संग्रह है। यह कहानियाँ आप अपनी बच्चों को पढ़कर सुना सकते हो। प्रत्येक कहानियाँ से बच्चों को कुछ ना कुछ नैतिक शिक्षा मिलेगी जो लोग और दुनिया को समझने में मदद करेगी।

इनमें से कुछ नैतिक कहानियाँ बहुत छोटी और बुनियादी हैं, जो बच्चों की पढ़ते समय ध्यान इन कहानियों में बनी रहेगी। एक समय था जब कहानी की पुस्तकें बच्चों के लिए केवल मनोरंजन के साधन थे।

हालाँकि, अब समय बदल गया है – इंटरनेट की युग में बच्चे अपना अधिकांश समय स्मार्टफोन पर गेम खेलकर बिताते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे अपने बचपन का अनुभव करें। तो आप उन्हें Hindi Story for class 5 with Moral का संग्रह पढ़ा सकते है, जो बहुत ही रोचक और शिक्षावर्धक है।

 

10 Best Moral Stories in Hindi for class 5 | नैतिक कहानियां

 

1. सोने का अंडा – Short Moral Stories in Hindi for class 5

सोने का अंडा Short Moral Stories in Hindi for class 5
सोने का अंडा – Short Moral Stories in Hindi for class 5

एक बार की बात है, गांव में एक किसान रहता था, वह बहुत ही गरीब था, उसकी आय बहुत कम थी उन्होंने बहुत कठिनाई से दिन गुजरता था।

एक दिन उसे एक मुर्गी मिली, किसान उसे मारकर खाना चाहता था लेकिन जब वह मुर्गी को मारने के लिए गया तो मुर्गी ने कहा, तुम मुझे मत मारो मैं तुम्हें रोज सोने का अंडा दूंगी।

फिर मुर्गी हर दिन एक सुनहरा अंडा दिया, किसान हर दिन अंडा बाजार में बेचा, जल्द ही वह एक अमीर आदमी बन गए। गांव में सभी लोग उनका सम्मान करने लगी,

किसान बहुत लालची हो गया, उसने सोचा कि मुर्गी के अंदर जरूर सुनहरे अंडे का भंडार होना चाहिए। उसे सारा अंडा एक दिन में चाहिए था, वह बहुत अमीर बनना चाहता था।

फिर उसने चाकु लिया और मुर्गी का पेट काट दिया, उसे एक भी अंडा नहीं मिला। उसने केवल सोने का अंडे ही नहीं बल्कि मुर्गी भी खो दिए। फिर वह अमीर से धीरे-धीरे पहले जैसा गरीब बन गए।

नैतिक शिक्षा : लालच एक अभिशाप है।

 

 

2. लोमड़ी और बकरी – Moral Story in Hindi for class 5

लोमड़ी और बकरी Moral Story in Hindi for class 5
लोमड़ी और बकरी – Moral Story in Hindi for class 5

एक बार की बात है, एक लोमड़ी अंधेरे में घूम रही थी दुर्भाग्य से, वह एक कुएं में गिर गया, उसने ऊपर आने के लिए पूरी कोशिश की लेकिन सभी विफल हो गया।

इसलिए, उनके पास अगली सुबह तक वहां रहने का अलावा और कोई विकल्प नहीं था। अगले दिन एक बकरी उसी रास्ते से जा रहा था, उसने कुएं में झांका और वहां लोमड़ी को देखा।

बकरी ने पूछा, आप वहां क्या कर रहे हो लोमडी भाया? चतुर लोमड़ी ने जवाब दिया, मैं यहां पानी पीने के लिए आया हूं, यहां की पानी बहुत स्वादिष्ट है।

ऐसी मीठा पानी हमने कभी भी नहीं पिया, आओ तुम खुद ही देख लो। फिर बकरी ने लोमड़ी की बात सुनकर बिना सोचे समझे कुएं में छलांग लगा दी।

अपनी प्यास बुझाई, और बाहर निकालने का रास्ता खोजने लगी। लेकिन लोमड़ी की तरह उसने भी खुद को बाहर लेकर आने मैं असहाय पाया।

तब लोमड़ी ने कहा मेरे पास एक विचार है, आप अपने हिंद पैरों पर खड़े हो जाओ, मैं आपके सिर के ऊपर चढ़कर बाहर निकल जाऊंगी, फिर मैं आपको बाहर आने में मदद करूंगी।

बकरी इतनी मासूम थी, कि लोमड़ी की चालाकी को समझ नहीं पाया, और जैसा लोमड़ी ने कहा ऐसा करके उसे कुएं में से बाहर निकालने में मदद की।

दूर जाने के दौरान, लोमड़ी ने कहा आप बहुत बुद्धिमान है, आप कभी नहीं देख पाएगी कि कैसे बाहर निकालना है। फिर लोमड़ी वहां से चला गया, और बकरी कुए में अपनी मौत का इंतजार किया।

नैतिक शिक्षा : बिना सोचे समझे किसी की बात पर यकीन करके अंधेरा मैं नहीं जाना चाहिए।

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3. मूर्ख लोमड़ी और ऊंट – Hindi Story for class 5

मूर्ख लोमड़ी और ऊंट Hindi Story for class 5
मूर्ख लोमड़ी और ऊंट – Hindi Story for class 5

एक बार की बात है, एक नदी के पास जंगल में एक ऊंट और एक लोमड़ी रहते थे। वह दोनों अच्छे दोस्त थे, एक दिन लोमड़ी को पता चला नदी के उस पार पके हुए खरबूजे का खेती है।

लोमड़ी खरबूजे बहुत पसंद करते करते थे, लेकिन वह नदी पार नहीं कर सकता। वह ऊंट के पास गया और उसे खरबूजे के बारे में बताया, ऊंट भी खरबूजे खाना चाहती थी।

उसने लोमड़ी को अपनी पीठ पर लादकर नदी पार किया, दोनों खेत में पहुंची, फिर उन्होंने खरबूजे खाने लगी। लोमड़ी की पेट भरते ही लोमड़ी चिल्लाने लगी।

खेत की मालिक दौड़ता हुआ आया और ऊंट को पीटा, जब मालिक चला गया तो ऊंट ने लोमड़ी से पूछा तुम क्यों चिल्लाई? लोमड़ी जवाब दिया, भारी भजन के बाद चिल्लाना मेरी आदत है।

फिर वह दोनों नदी पार करने के लिए आया, ऊंट की पीठ पर लोमड़ी चढ़ गया। जब वह दोनों नदी के बीच में थे, तब ऊंट मर्जी से पानी में डूबने लगा।

लोमड़ी ने पूछा, तुम पानी में क्यों डूब रहे हो? ऊंट ने जवाब दिया भारी भजन के बाद पानी में डूबना मेरी आदत है। फिर लोमड़ी को अपनी गलती का एहसास हुआ, फिर वह ऊंट से माफी मांगा।

नैतिक शिक्षा : हमें सब के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि हम जैसा करेंगे लोग भी हमारे साथ ऐसा ही करेंगे।

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4. बंदर और मगरमच्छ – Short stories for class 5 in hindi

बंदर और मगरमच्छ short stories for class 5 in hindi
बंदर और मगरमच्छ – short stories for class 5 in hindi

एक बार की बात है, एक बड़ा सा पेड़ था जिस पर कई बंदर रहते थे, उस पेड़ के नीचे तालाब में दो मगरमच्छ रहता था। एक दिन उनमें से एक मगरमच्छ बीमार पड़ गई।

डॉक्टर ने कहा कि केवल एक बंदर का दिल मगरमच्छ का इलाज कर सकता है। मगरमच्छ ने प्रत्येक बंदर को तलाब में उसके साथ जाने के लिए पेशकश की।

लेकिन उनमें से कोई भी बंदर मगरमच्छ के साथ पानी में जाने के लिए राजी नहीं था। अंत में एक बूढ़ा बंदर राजी हुआ बंदर ने पानी का आनंद लिया।

जब वह दोनों गहरे पानी में थे मगरमच्छ ने उन्हें अपना उद्देश्य बताया। उसने कहा की उसे एक बंदर का दिल चाहिए। बंदर ने कहा, कृपया मुझे वापस पेड़ में ले चलो।

क्योंकि मैंने अपना दिल पेड़ के ऊपर छोड़ दिया है, मैं इसे आपको वहां दे सकता हूं। मगरमच्छ बंदर को उस पेड़ के पास लेकर गया।

फिर बंदर दिल लेने के लिए पेड़ पर चढ़ गया। और मगरमच्छ की नजरों से गायब हो गया। मगरमच्छ वहां पेड़ की नीचे बंदर का इंतजार करता रहा।

नैतिक शिक्षा : मुश्किल वक्त ने घबराना नहीं चाहिए, हमें बंदर की तरह समझदारी से काम लेना चाहिए।

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5. हाथी और दर्जी – Moral Stories in Hindi for class 5 with Pictures

हाथी और दर्जी Moral Stories in Hindi for class 5 with Pictures
हाथी और दर्जी – Moral Stories in Hindi for class 5 with Pictures

एक बार एक गांव में एक दर्जी रहता था, उसी गांव में एक हाथी रहता था। हाथी प्रतिदिन दर्जी के दुकान पर जाता था, दर्जी ने उसे प्रतिदिन कुछ ना कुछ खिलाता था।

वह दोनों अच्छे दोस्त की तरह रहते थे। एक दिन दर्जी बहुत खराब मूड में था, जब हाथी दुकान में आया दर्जी सुई उसके मुंह में फेंक कर मारा।

हाथी को बहुत गुस्सा आया, वह नदी में गया और उसकी सूंड में मिट्टी और गंदगी भर लिया। फिर हाथी दर्जी की दुकान की तरफ दौड़ता हुआ आया,

उसने दर्जी और उसकी दुकान पर अपनी सूंड से मिट्टी और गंदगी से भर दी। दर्जी हाथी को देख कर चौक गया, उसे अपनी गलती का एहसास हुआ,

फिर दर्जी हाथी से माफी मांगी, और उसे ताजे फल और सब्जियां खिलाई। फिर दोबारा वह दोनों अच्छे दोस्त बन गए।

नैतिक शिक्षा : गूंगे जीव जंतुओं को हमें कभी भी कष्ट नहीं देना चाहिए।

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6. किसान और उसकी आलसी बेटे – Short story in hindi with moral for class 5

किसान और उसकी आलसी बेटे Short story in hindi with moral for class 5
किसान और उसकी आलसी बेटे – Short story in hindi with moral for class 5

एक बार एक गांव में एक बूढ़ा किसान रहता था, उसके तीन बेटे थे। वह हमेशा एक दूसरे से झगड़ते रहते थे, किसान ने उनके बीच एकता लाने के लिए बहुत कोशिश की।

लेकिन तीनो बेटे ने उसकी सलाह कभी नहीं सुनी, किसान अपने तीनो बेटे की भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। एक दिन बूढ़ा किसान बीमार हो गया,

उसने फैसला किया, अपने तीनो बेटे के बीच एकता लानी चाहिए। उसने अपनी तीनो बेटे को बुलाया और उन्हें कुछ लकड़ियां लाने के लिए कहा।

वह लकड़ियां लेकर आए, किसान ने लकड़ियां को एक बंडल में बांधने के लिए कहा। फिर उन्होंने लकड़ियां को तोड़ने के लिए अपनी ताकत आजमाने के लिए कहा।

प्रत्येक बेटे ने बंडल को तोड़ने की कोशिश की लेकिन असफल रहा। फिर किसान ने बंडल को खोल दिया, और प्रत्यय को एक-एक छड़ी दे और इसे तोड़ने के लिए कहा।

सभी बेटे ने आसानी से वह छड़ी तोड़ दी, किसान ने कहा अब आप समझ गए हैं। यदि आप एक साथ रहे तो किसी ने भी आप को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा,

लेकिन यदि आप आपस में झगड़ते रहे, तो कोई भी आपको इन छड़ी की तरह आसानी से तोड़ देगा। फिर उनकी तीनो बेटे को अपनी गलती का एहसास हुआ, उन्होंने पिता से एक साथ रहने का वादा किया।

नैतिक शिक्षा : एकता में ही ताकत है।

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7. खरगोश और उसके कई दोस्त – Stories in Hindi with Moral for class 5

खरगोश और उसके कई दोस्त Stories in Hindi with Moral for class 5
खरगोश और उसके कई दोस्त – Stories in Hindi with Moral for class 5

एक बार की बात है, एक जंगल में एक खरगोश रहता था, उसके कई दोस्त थे। उसे विश्वास था कि खतरे में दोस्तों ने उसकी मदद करेगी।

एक दिन एक कुत्ता खरगोश का पीछा किया, वह अपनी जान बचाने के लिए बहुत तेज से भागा। रास्ते में वह अपनी पुराने दोस्त बिल्ली से मिला।
खरगोश बिल्ली दोस्त को कुत्ते से अपनी जान बचाने के लिए कहा, लेकिन बिल्ली ने कहा मित्र में अभी बहुत व्यस्त हूं, मुझे अपनी पत्नी से मिलना होगा जो नदी के किनारे मेरा इंतजार कर रही है।

इस जंगल में आपके और भी मित्र है, उनमें से कोई आपकी मदद करेगा मुझे पूरा यकीन है। इतना कहकर बिल्ली वहां से चला गया।

फिर खरगोश जब और एक दोस्त घोड़े से मुलाकात की, वह उसे कुत्ता से बचाने के लिए कहा, तो घोड़े ने कहा दोस्त मैं अभी व्यस्त हूं,

जंगल में अभी मेरी खोए हुए बच्चे की तलाश कर रही हूं, इसलिए मैं अभी जा रहा हूं, मुझे पूरा यकीन है कोई दूसरा दोस्त जरूर तुम्हारी मदद करेगा।

घोड़े भी बहाने देकर चला गया, फिर खरगोश कुछ और दोस्त से अनुरोध किया, लेकिन हर एक दोस्त ने किसी ना किसी बहाने देखकर अनुरोध ठुकरा दिया।

फिर खरगोश अपनी जान बचाने के लिए एक छेद में प्रवेश किया, कुत्ता खरगोश को बहुत ढूंढा लेकिन नहीं देख पाया, फिर वह वापस चला गया।

नैतिक शिक्षा : एक सच्चा दोस्त सारे झूठे दोस्तों से बेहतर है।

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8. सेब का पेड़ और किसान – Short Moral Story in Hindi for class 5

सेब का पेड़ और किसान Short Moral Story in Hindi for class 5
सेब का पेड़ और किसान – Short Moral Story in Hindi for class 5

एक बार गांव में एक किसान रहता था, उसके पास एक बड़ा बगीचा था, जिसमें एक पुराना सेब का पेड़ था जब किसान छोटा था अपना अधिकांश समय पेड़ के साथ खेलने में बिताया था।

हालांकि, जैसे जैसे समय बीतता गया सेब का पेड़ पुराना हो गया, और उसने फल देना बंद कर दिया। जब किसान को पेड़ से कुछ नहीं मिल रहा था, तो उन्होंने पेड़ को काटने का फैसला किया।

वह भूल गया कि उसने अपना पूरा बचपन पेड़ पर चढ़ने और उसकी सेब खाने में बिताया था, और सेब का पेड़ कई छोटे जानवरों का घर था,जब किसान कुल्हाड़ी लेकर पेड़ को कटने के लिए आई।

पेड़ की सभी जानवर इकट्ठा होकर कहा, कृपया पेड़ को मत काटो यह हमारा घर है, हमारे पास रहने के लिए कोई और घर नहीं है। जब आप छोटे थे हम आपके साथ इस पेड़ में खेलते थे।

किसान अपने बचपन और अपने पशु मित्रों को भूल गया, उसने पेड़ को काटना शुरू किया, अचानक उसने कुछ चमक देखा उन्होंने महसूस किया यह मधुमक्खी का छत्ता है, जो शहद से भरा है।

किसान थोड़ा सा अपनी मुंह में लिया, फिर शहद का साथ उसमें छोटे लड़के को जगा दिया। अचानक उसकी बचपन की याद वापस लौट आई, उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा यह साथ अद्भुत है।

उन्होंने कुल्हाड़ी फेंक दिया और कहां मैं दावा करता हूं इस पेड़ को कभी नहीं काटूंगा,मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ है, और आप सभी शांति से इस पेड़ में रह सकते हैं।

सभी जानवर ने मधुमक्खी को धन्यवाद दिया,अगर किसान को मधुमक्खी नहीं मिली होती तो वह सब अब तक बेघर हो चुके होते, फिर सभी जानवरों ने पुराने सेब की पेड़ में सुखी से रहने लगे।

नैतिक शिक्षा : प्रकृति में प्रत्येक जीवित वस्तु कुछ ना कुछ काम की है, हमें किसी भी वस्तु को नष्ट नहीं करना चाहिए।

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9. सोने के सिक्के – Hindi Story for class 5 with Moral

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सोने के सिक्के – Hindi Story for class 5 with Moral

शाम एक लालची और स्वार्थी आदमी था, वह हमेशा बहुत पैसे चाहते थे पैसा कमाने के लिए दूसरे को हमेशा धोखा देते थे, इसके अलावा उसने अपने नौकरों को बहुत कम मजदूरी देते थे।

हालांकि एक दिन उसने एक ऐसा सबक सीखा जिसने उसकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी, एक दिन शाम की एक छोटा थली गायब हो गई जिसमें 50 सोने के सिक्के थे।

शाम थली को बहुत ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला, शाम की दोस्त और पड़ोसी भी खोज में शामिल हो गए, लेकिन उनके सभी प्रयास व्यर्थ हो गए।

कुछ दिन बाद शाम के लिए काम करने वाले एक आदमी की 10 साल की बेटी को वह थली मिली, उसने अपने पिता को थली के बारे में बताया, वह तुरंत अपने मालिक के पास ले जाने का फैसला किया।

फिर उसने अपने मालिक को थली वापस दे दिया, शाम को थली के साथ सोने का सिक्का मिल गया था, लेकिन उसने एक चाल चलने का फैसला किया।

उसने कहा, इस स्थली में 75 सोने का सिक्के थे लेकिन आपने मुझे केवल 50 दिया बाकी के सिक्के कहां है? आपने बाकी 25 सिक्के चुरा लिया है, फिर शाम इस बात को लेकर अदालत में गया।

जज ने दोनों की बात सुना फिर अपना फैसला सुनाया, चूंकि शाम ने 75 सोने के सिक्कों का एक थली खो दिया था और लड़की के पास मिले थली में केवल 50 सिक्के थे, तो जहीर है जो थली मिला वह शाम का नहीं है।

इसे किसी और ने खो दिया था, चूंकि 50 सिक्के की खोने के बारे में कोई शिकायत नहीं है, इसीलिए मैं लड़की और उसके पिता को 50 सिक्कों को लेने का आदेश देता हूं जो उनकी ईमानदारी के लिए है।

नैतिक शिक्षा : ईमानदारी हमेशा पुरस्कृत किया जाएगा,और लालच को दंडित किया जाएगा।

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10. बगीचे में अजनबी – Moral Stories in Hindi for class 5

बगीचे में अजनबी Moral Stories in Hindi for class 5
बगीचे में अजनबी – Moral Stories in Hindi for class 5

एक बार की बात है, एक आदमी था जिसके पास एक बड़ा बगीचा था, उन्होंने कई फलों के पेड़ लगाए थे और उसकी देखभाल करते थे।

वह फल बेच के अपनी परिवार के लिए पैसा बनाना चाहता था, फिर एक दिन अपने बेटे के साथ फल लेने के दौरान बगीचे में गया।

उसने एक अजनबी आदमी को पेड़ की शाखा पर बैठकर फल खाते हुए देखा, उसने बहुत गुस्सा हो गया और चिल्लाया “अरे तुम मेरी पेड़ में क्या कर रहे हो”

सखा पर बैठे अजनबी ने माली को देखा, लेकिन उसने कोई उत्तर नहीं दिया और फल खाता रहा,माली बहुत गुस्से में था और फिर से चिल्लाया।

“पूरे साल मैंने इन पेड़ों को देखभाल की है, आपको मेरी अनुमति के बिना फल लेने का कोई अधिकार नहीं है, इसीलिए एक बार में नीचे आ जाओ!”

पेड़ पर अजनबी ने आवाज दिया, यह भगवान का बगीचा है और मैं भगवान का सेवक हूं। आपको भगवान और उसके सेवक के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

माली इस जवाब पर बहुत हैरान हुआ, और एक योजना के बारे में सोचा। उसने अजनबी को पेड़ से बांध दिया और उसकी पिटाई करने लगा,अजनबी चीखने लगा।

फिर अजनबी हिचकिचाया और कहा “रुको, मुझे मत मारो, मुझे फल लेने से पहले तुम्हारी अनुमति लेना चाहिए था, इसलिए माफ कर दो और मुझे आजाद कर द।” तब माली ने उसे आजाद कर दिया।

नैतिक शिक्षा : भगवान के नाम देखकर कुछ गलत काम नहीं करना चाहिए।

 

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तो दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको 10 Best Moral Stories in Hindi for class 5 पढ़कर जरूर अच्छी लगी होगी और कृपया करके इन नैतिक कहानियाँ को आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें।

ताकि हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Hindi Story for class 5 with Moral तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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