स्वर्ग और नरक की कहानियाँ | Svarg aur Narak Stories in Hindi

यह Svarg aur Narak Stories in Hindi हमने आपके लिए विशेष रूप से चुना है। इस नैतिक कहानियाँ को पढ़कर आपको कुछ अच्छी शिक्षा मिलेगी, जो आपको इस दुनिया को समझने में मदद करेगी।

इस लिख में हमने आपके साथ स्वर्ग और नरक की कहानियाँ साझा किया है। यह कहानियां कुछ आछी शिक्षाप्रद कहानियां में से एक है।

और हम इसलिए आशा करते हैं, कि हमारी यह Svarg aur Narak Stories in Hindi पढ़कर आपको बहुत आनंद आएगा। हमारे पास ऐसे ही कुछ और नैतिक शिक्षाप्रद कहानियाँ है, चाहे तो आप इसे भी पड़ सकते है।

 

 

स्वर्ग और नरक की कहानियाँ | Svarg aur Narak Stories in Hindi

स्वर्ग और नरक की कहानियाँ Svarg aur Narak Stories in Hindi
स्वर्ग और नरक की कहानियाँ – Svarg aur Narak Stories in Hindi

एक बार की बात है, गांव में एक पवित्र व्यक्ति रहता था। वह हमेशा स्वर्ग और नरक के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता था। एक दिन पवित्र व्यक्ति भगवान से मिला।

जब बह भगवान से मिला तो उसने पूछा, “प्रभु, क्या आप मुझे बता सकते हैं कि स्वर्ग और नरक कैसा है। भगवान मुस्कुराए और उसे दूसरी दुनिया में ले गए।

वहां वे दो दरवाजे के सामने खड़े थे। भगवान ने उसे जाने के लिए कहा और प्रत्येक दरवाजे के अंदर खुद जाकर देखने के लिए कहा।

पवित्र व्यक्ति ने जाकर पहला दरवाजा खोला। वहां उसने एक बड़ी गोल मेज देखी जिसके चारों और लोग बैठे थे। मेज के बीच में, स्वादिष्ट सूप का एक बड़ा बर्तन रखा गया था।

वहां बैठे सभी लोगों के हाथों में बहुत लंबे चम्मच थे। मेज के बीच में स्वादिष्ट सूप के बर्तन तक पहुंचने के लिए चम्मच काफी लंबे थे।

लेकिन लंबे चम्मच के कारण, भजन से भरा चम्मच लोग मुंह में नहीं ले पा रहा। लंबे चम्मच की वजह से खाना ना खा पाने के कारण, वे सभी दुबले-पतले और बीमार लग रहे थे।

वहां के लोग बहुत दुखी थे। वहां पीड़ित लोगों के दुख को देखकर पवित्र व्यक्ति कांप उठे। वह उस कमरे से बाहर आया और दूसरे कमरे का दरवाजा खोला।

दूसरा कमरा बिल्कुल पहले कमरे जैसे ही था। बड़ी गोल मेज और उसके बीच में एक स्वादिष्ट सूप का बर्तन। वहां बैठे सभी लोगों के हाथों में लंबे चम्मच था।

लेकिन यहां के लोग स्वास्थ्य थे। वे एक दूसरे से बातें कर रहे थे और खाना खा रहे थे। पवित्र व्यक्ति यह देखकर प्रसन्न हुआ और उस कमरे से बाहर आ गया।

 

Svarg aur Narak Stories in Hindi

फिर पवित्र व्यक्ति भगवान के पास गया और कहां, “मुझे समझ नहीं आया, कि दोनों कमरे एक ही जैसा है। फिर भी एक कमरा दुख से भरा है और दूसरा सुख से भरा है।

भगवान ने उसे समझाया, “आपने देखा कि लंबे चम्मच दूसरे को खिलाने के लिए ठीक-ठाक है। लेकिन खुद को खिलाने के लिए ठीक नहीं है।

आप जिस कमरे में पहले गए थे, वह नरक था। वहां के लोग लालची है और केवल अपने बारे में सोचते है, दूसरे की मदद नहीं करना चाहते हैं। जिसके कारण वे अपना पेट नहीं भर पा रहे हैं और दुख झेल रहे हैं।

और दूसरा कमरा स्वर्ग था, यह उन लोगों से भरा है। जो एक दूसरे की परवाह करते हैं और प्यार करते हैं। एक दूसरे को उन लंबे चम्मच से खिलाते हैं, जिससे वे स्वास्थ और सुखी रहते हैं।”

शिक्षा :
यदि हम एक-दूसरे का समर्थन और देखभाल करें। तो हम अपने जीवन को स्वर्ग बना सकते हैं और खुशी से जी सकते हैं।

 

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तो दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको स्वर्ग और नरक की कहानियाँ पढ़कर जरूर अच्छी लगी होगी। और कृपया करके इन कहानियाँ को आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें।

ताकि, हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Svarg aur Narak Stories in Hindi तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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