यह Pairon Ke Nishan Hindi Moral Stories हमने आपके लिए विशेष रूप से चुना है। इस नैतिक कहानिया को पढ़कर आपको कुछ अच्छी शिक्षा मिलेगी, जो आपको इस दुनिया को समझने में मदद करेगी।
इस लिख में हमने आपके साथ पैरों के निशान एक नैतिक कहानिया साझा किया है। जो रात में सपने में भगवान से बात करने बाला एक आदमी की है। यह कहानियां कुछ आछी शिक्षाप्रद कहानियां में से एक है।
और हम इसलिए आशा करते हैं, कि हमारी यह Pairon Ke Nishan Hindi Moral Stories पढ़कर आपको बहुत आनंद आएगा। हमारे पास ऐसे ही कुछ और नैतिक शिक्षाप्रद कहानियाँ है, चाहे तो आप इसे भी पड़ सकते है।
पैरों के निशान नैतिक कहानियां | Pairon Ke Nishan Hindi Moral Stories for Kids

एक रात, एक आदमी ने एक सपना देखा। अपने सपने में वह समुद्र तट पर भगवान के साथ चल रहा था।
कुछ दूर चलने के बाद मनुष्य और भगवान रुक गए और थोड़ा विश्राम किया। इस बीच आदमी ने देखा कि, उसके जीवन के सभी दृश्य आकाश में चमक रहे है।
उसने नीचे का दृश्य भी देख सकता था। फिर उसने आकाश में देखा नीचे समुद्र तट पर तो पैरों के निशान।
मनुष्य ने आकाश में दो पैरों के निशान देखकर चिंतित हो गया और भगवान से पूछा, “यह किस के पैरों के निशान है?”
भगवान ने उत्तर दिया, “मेरे प्रिय, उन दोनों में से एक आपका पैरों के निशान है और दूसरा हमारा पैरों के निशान है। जैसा कि मैं आपकी जीवन यात्रा में, आपके साथ चल रहा हूं।”
थोड़ी देर के लिए मनुष्य ने आकाश में चमक के माध्यम से अपने जीवन यात्रा को देख रहा था। फिर उसने देखा समुद्र तट पर सिर्फ एक पैरों के निशान है।
Pairon Ke Nishan Hindi Moral Stories
मनुष्यों ने यह भी देखा। कि यह वह समय था, जो उनके जीवन का सबसे कठिन समय था। लेकिन कठिन समय में उनके साथ देने वाला वहां कोई नहीं था।
मनुष्य ने उदास हो गया और भगवान से सवाल किया, “भगवान, आपने कहा था कि आप हमेशा मेरे साथ है। लेकिन मैंने आकाश में देखा, जब मैं अपने जीवन का सबसे कठिन समय से गुजर रहा था।
तब समुद्र तट पर सिर्फ एक पैरों के निशान है। हमें समझ में नहीं आया आप मुझे अकेला क्यों छोड़ा। जब उस समय मुझे आप की सबसे ज्यादा जरूरत थी।”
भगवान मुस्कुराया और जवाब दिया, “मेरे प्रिय, तुम मेरे बच्चे हो और मैं तुम्हें कभी अकेला नहीं छोडूंगा। मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं।
तुम्हारे जीवन के सबसे कठिन समय पर, तुम्हें आकाश में सिर्फ एक पैरों के निशान दिखाई दिया है। उस समय जब मैं तुम्हें अपनी बाहों में छुपा लिया था।”
नैतिक शिक्षा : जीवन में जब मुश्किल आए, भगवान पर भरोसा रखें। भले ही कोई भी आपके साथ ना हो, भगवान हमेशा आपके साथ है, आपकी देखभाल के लिए।
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तो दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको पैरों के निशान नैतिक कहानियां पढ़कर जरूर अच्छी लगी होगी। और कृपया करके इन कहानियाँ को आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें।
ताकि, हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Pairon Ke Nishan Hindi Moral Stories तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।