यह राजा मिडास – Long Moral Stories in Hindi हमने आपके लिए विशेष रूप से चुना है। इस नैतिक कहानिया को पढ़कर आपको कुछ अच्छी शिक्षा मिलेगी, जो आपको इस दुनिया को समझने में मदद करेगी।
इस लिख में हमने आपके साथ Raja Midas – एक नैतिक कहानिया साझा किया है। जो एक बहुत ही बड़ा राज्यों की राजा मिडास की है। यह कहानियां कुछ आछी शिक्षाप्रद कहानियां में से एक है।
और हम इसलिए आशा करते हैं, कि हमारी यह Raja Midas – Long Moral Stories in Hindi पढ़कर आपको बहुत आनंद आएगा। हमारे पास ऐसे ही कुछ और नैतिक शिक्षाप्रद कहानियाँ है, चाहे तो आप इसे भी पड़ सकते है।
राजा मिडास – Raja Midas | Best Long Moral Stories in Hindi
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कहीं सदियों पहले एक बहुत ही सुंदर राज्यों था, राज्यों के राजा थे महाराज मिडास। राज्यों के लोग बोला करती थी, हमारी महाराज के पास इतना सोना है वह पूरे राज्यों को खरीद सकता है।
महाराज सोने से बहुत प्यार करती थी। लेकिन वह सोना कभी किसी ने देखा ही नहीं। महाराज अपनी सोने को जमीन के नीचे एक जेल मैं बहुत ही मजबूत ताले देख कर रखती थे।
राजा सोने से इतना प्यार करती थी, हो वह तो रोज जमीन के नीचे जाकर सोने को देखती थी और बार-बार गिनती करती थी। रानी राजा को रोज सोने गिनती करते हुए देखकर हंसती थी।
रानी प्रतिदिन राजा के साथ सोने को गिनने जाती थी। सोने को लेकर राजा से बहुत मजाक करती थी। एक दिन रानी ने कहा, “महाराज आप इस इस सोने को प्रतिदिन क्यों गिनती करते हो, सोना चोरी लूट लूट ना हो जाए इसीलिए?”
राजा बहुत ही गुस्से में आकर रानी को कहा, “महारानी मुझे ऐसी मजाक पसंद पसंद नहीं है। क्या तुम नहीं जानते हो सोना कितना महंगा होता है।”
“हां, सोना बहुत महंगा होता है। लेकिन सोना हमेशा खुशी नहीं दे सकती।” रानी की यह बात सुनकर राजा को बहुत हंसी आई। हंसते-हंसते राजा ने कहा, “हां हमें सोने से सारी खुशियां मिलती है, तुम नहीं समझोगे रानी।”
राजा को सोने से प्यार धीरे धीरे बढ़ता गया। कुछ साल बाद राजा की एक लड़की हुई। राजा सोने से इतना प्यार करता था कि वह अपने बेटी के नाम मेरीगोल्ड रखा था।
राजा अपनी बेटी मेरीगोल्ड से बहुत प्यार करता था। राजा रोज सुबह मैरीगोल्ड के साथ बगीचे में जाता था। मेरीगोल्ड को फुल बहुत अच्छी लगती थी। वह रोज बगीचे में फूल फूल और तितली के साथ खेल खेलती थी।
राजा मिडास – Long Stories in Hindi with Moral
एक दिन मेरीगोल्ड अपने पिता से कहा, “आज के दिन कितना सुंदर है। देखो पिताजी, हमारी बगीचे में फूल कितना चमक रहा है।”
राजा मिडास अपनी बेटी को कहा, “वाह तो ठीक है, लेकिन सोने से ज्यादा नहीं। तुम नहीं समझोगे बेटी जाओ बेटी तुम अकेला खेलो।”
अपनी मां की तरह मेरीगोल्ड भी कभी समझते नहीं, कैसे फूलों से ज्यादा सोना सुंदर होती है। जैसे समय बीतता गया महाराज जमीन के नीचे अपनी सोने के पास ज्यादा समय बिताता गया।
राजा सोने कि घर में बैठ के बार-बार सोने को गिनती थी। एक दिन राजा बैठकर सोने गिनती कर रही थी। तब अचानक एक परी राजा की सामने प्रकट हुई।
परी की चेहरा बहुत सुंदर और उज्जल थी। उसकी पंख सूरज की तरह चमक रही थी और उसकी हाथ में एक जादुई छड़ी थी। परी महाराज से कहा,
“महाराज मिडास तुम इस दुनिया के सबसे ज्यादा अमीर आदमी हो। तुम्हारे पास जितना सोना है इतना सोना दुनिया में किसी के पास नहीं है।”
राजा ने कहा, “शायद हो सकती है, लेकिन मुझे तो और भी सोना चाहिए। इस धरती पे सोने से सुंदर और कुछ भी नहीं है।”
परी ने राजा को एक वरदान दिया। राजा जिस भी चीज को छुएगा, वह सोने में बदल जाएगा। परी ने राजा को कहा, “कल सुबह होते हैं तुम देख लेना। पर मैं तुम्हें चेतावनी देती हूं, यह शक्ति तुम्हें कभी खुश नहीं रख पाएगी।”
Raja Midas – Long Moral Stories in Hindi
महाराज ने कहा, “ठीक है, मैं यह जोखिम ले लूंगा।” अगले दिन सुबह राजा जल्दी नींद से जाग गई। उसने बिस्तर पर बैठकर हल्के से अपनी तकिया को छुआ।
और तकिया तुरंत सोने में बदल गया। राजा जल्दी बिस्तर से उठ कर कुर्सी और टेबल को छुआ, तुरंत कुर्सी और टेबल सोने में बदल गया। महाराज मिडास खुशी से पागल हो गई थी।
महाराज खुशी से कमरे में इधर उधर भागती रही। वह कमरे में हर किसी चीज को छूता रहा, अरे सब कुछ सोने में बदलता रहा। फिर राजा को भूख लगी, वह नाश्ता करने के लिए, टेबल पर बैठकर पानी पीने जा रहा था।
जब राजा पानी की ग्लास को हाथ लगाया, तुरंत वह सोने की ग्लास बन गई। महाराज को पानी की एक बूंद भी नहीं मिली थी। फिर रोटी, चावल सब कुछ सोने में बदल गई थी।
राजा के सामने सिर्फ सोना और सोना ही थी। अचानक से राजा की बेटी मेरीगोल्ड पिताजी पिताजी कहते हुए राजा की सामने आई। महाराज ने अपनी बेटी को हल्का सा छुआ, मेरीगोल्ड भी सोने की गुड़िया जैसी बन गई।
अचानक महाराज की मन पीड़ा से भर गई। सब कुछ अंधेरा लगने लगा राजा रोने लगी। फिर राजा उस परी को पुकारा जिसने यह वरदान दी थी। महाराज परी से भीख मांगने लगी,
“कृपया यह वरदान वापस ले लो, मेरी सब सोना भी ले लो, सिर्फ मुझे अपनी मेरीगोल्ड लौटा दो।”
Raja Midas – Long Story in Hindi with Moral
उसी समय परी राजा के सामने प्रकट होकर कहा, “महाराज, क्या आपको अभी भी लगता है दुनिया में सबसे महंगा चीज सोना है।”
रोते हुए राजा ने कहां, “नहीं, नहीं मुझे सोने से नफरत है। मैं अपना सबक सीख लिया, मुझे पता चला दुनिया में सबसे महंगा चीज सोना नहीं है।
परी ने राजा को एक बर्तन दिया, और कहां इसमें परी की आंसू है। यह आंसू उन सभी चीज पर लगाओ, जो सोने में बदल गया है। इसे लगाने से वह सब कुछ पहले जैसा बन जाएंगे।
महाराज उस बर्तन को लेकर दौड़ कर अपनी बेटी के पास पहुंचा। राजा ने सबसे पहले अपनी बेटी पर उन आशु को लगाया। तुरंत मेरीगोल्ड पहले जैसा बन गई थी, राजा बहुत खुश थे।
तब मेरीगोल्ड ने अपने पिता को चुम्मा। फिर महाराज अंदर जाकर उन आशु को बिस्तर, कुर्सी और खाने की टेबल में लगाया। रोटी, चावल, पानी के ग्लास सब कुछ पहले जैसा बन गई।
राजा, बहुत खुशी होकर रानी और अपनी बेटी मेरीगोल्ड के साथ नाश्ता की। महाराज अपनी बेटी के साथ बगीचे में जाकर फूल और तितलियों से खेलने लगी।
पहली बार महाराज प्राकृतिक सौंदर्य अनुभव किया। महाराज मिडास और कभी भी जमीन के नीचे जाकर सोने की गिनती नहीं करता था।
महाराज अपनी पत्नी और बेटी मेरीगोल्ड के साथ समय बिताता गया। छोटी-छोटी चीज पर अपनी खुशी ढूंढता गया। महाराज बन गया, धरती के सबसे ज्यादा खुश और अमीर राजा।
नैतिक शिक्षा : लालची मत बनो, जो तुम्हारे पास है उसी से संतुष्ट रहो।
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ताकि, हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Raja Midas – Long Moral Stories in Hindi तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।