बुद्धिमान की प्रतिक्रिया नैतिक कहानी | Budhiman ke Pratikriya Moral Story

यह Budhiman ke Pratikriya Moral Story हमने आपके लिए विशेष रूप से चुना है। इस नैतिक कहानिया को पढ़कर आपको कुछ अच्छी शिक्षा मिलेगी, जो आपको इस दुनिया को समझने में मदद करेगी।

इस लिख में हमने आपके साथ बुद्धिमान की प्रतिक्रिया एक नैतिक कहानिया साझा किया है। जो एकी मोहल्ले में रहने बाला एक बुद्धिमान व्यक्ति और उनसे ईर्ष्या करने बाला उनकी पड़ोसी की है। यह कहानियां कुछ आछी शिक्षाप्रद कहानियां में से एक है।

और हम इसलिए आशा करते हैं, कि हमारी यह बुद्धिमान की प्रतिक्रिया नैतिक कहानी हिंदी पढ़कर आपको बहुत आनंद आएगा। हमारे पास ऐसे ही कुछ और नैतिक शिक्षाप्रद कहानियाँ है, चाहे तो आप इसे भी पड़ सकते है।

 

 

बुद्धिमान की प्रतिक्रिया नैतिक कहानी | Budhiman ke Pratikriya Moral Story

बुद्धिमान की प्रतिक्रिया नैतिक कहानी Budhiman ke Pratikriya Moral Story
बुद्धिमान की प्रतिक्रिया नैतिक कहानी – Budhiman ke Pratikriya Moral Story

एक बार, एक बुद्धिमान व्यक्ति ने एक बहुत बड़ा और सुंदर घर खरीदा। इस घर के सामने एक विशाल बगीचा था और यह बहुत सारे फल वाले पेड़ों से भरा हुआ था।

बुद्धिमान व्यक्ति स्वभाव से बहुत अच्छा था। वहां रहने वाले सभी को प्यार और सम्मान से स्वागत करता था। उसके पड़ोसी में हर कोई उसे पसंद करता था, सिवाय एक को छोड़कर।

यह पड़ोसी एक बूढ़ा आदमी था। जो उसके बगल में रहता था और उससे ईर्ष्या करता था। क्योंकि, वहां के रहने वाले सभी लोग उसे पसंद करते थे और यह बूढ़े को पसंद नहीं था।

बूढ़ा चाहता था कि, वह उस मोहल्ले को छोड़कर चला जाए। इस लिए बुरा पड़ोसी ने, अपने नए पड़ोसी को परेशान करने का सोचा।

ताकि, उसका हर दिन किसी ना किसी तरह से खराब हो जाए। कुछ दिन तक बूढ़े पड़ोसी ने कहीं तरीका आजमाएं। लेकिन, उसे अपने नए पड़ोसी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

इससे वह बहुत गुस्सा हो गया। और फिर एक दिन बूढ़े ने अपना सारा कचरा उठाकर, रात को अपने पड़ोसी की दरवाजे के सामने फेंक दिया।

अगली सुबह बुद्धिमान व्यक्ति उठा और अपने दरवाजे से बाहर आया। तो उसने देखा कि, वहां ढेर सारा कचरा फेंका गया था।

 

Budhiman ke Pratikriya Moral Story

उसने अपना घर साफ किया और बहुत सारा कचरा एक बाल्टी में इकट्ठा कर लिया। वह जानता था कि, यह उस बूढ़े आदमी का काम है।

फिर, वह बाल्टी लेकर बूढ़ा आदमी के घर गया और दरवाजा खटखटाया। बूढ़ा आदमी ने खिड़की से झांक कर देखा कि, यह वह नया पड़ोसी है।

वह मुस्कुराया और अपने आप में सोचा कि, आखिरकार बह उसे क्रोधित करने में सक्षम हुआ। और अब वह उससे झगड़ा करने के लिए आया।

जब बूढ़ा व्यक्ति ने दरवाजा खोला, तो बुद्धिमान व्यक्ति ने उसे बह बाल्टी दी। जब बूढ़े ने उस बाल्टी के अंदर देखा, तो उसमें ताजा सेब से भरा हुआ था।

फिर बुद्धिमान व्यक्ति ने यह कहते हुए घर लौटा। “जो किसी चीज से बहुत धनी है, उसे दूसरों के साथ साझा करना चाहिए।”

इस बुद्धिमान व्यक्ति की बात सुनकर, उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। और उसे अपने कर्म के लिए शर्मिंदा महसूस हुई।

नैतिक शिक्षा : हमेशा दूसरों के साथ अच्छा रहो और दूसरों के साथ अच्छा साझा करो। जब हम अपनी अच्छाई दूसरों के साथ साझा करते हैं, तो यह दुनिया एक बेहतर जगह बनती है।

 

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तो दोस्तों हम आशा करते हैं, कि आपको बुद्धिमान की प्रतिक्रिया नैतिक कहानी हिंदी पढ़कर जरूर अच्छी लगी होगी। और कृपया करके इन कहानियाँ को आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें।

ताकि, हर कोई इन मजेदार शिक्षावर्धक कहानियों को पढ़ सके। हमारे आज के विषय Budhiman ke Pratikriya Moral Story तो पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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